Alayhi Salami عليه سلامي
Abdurahman Kunnath
2:48लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी हो मेरे दम से यूँ ही मेरे वतन की ज़ीनत जिस तरह फूल से होती है चमन की ज़ीनत ज़िंदगी हो मेरी परवाने की सूरत या रब इल्म की शम्मा से हो मुझको मोहब्बत या रब हो मेरा काम गरीबों की हिमायत करना दर्दमंदों से ज़ईफ़ों से मोहब्बत करना मेरे अल्लाह आ आ आ आ आ आ मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको नेक जो राह हो यूयेसेस रह पे चलाना मुझको मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको नेक जो राह हो उस रह पे चलाना मुझको मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको नेक जो राह हो उस रह पे चलाना मुझको