Chaand Taare
Abhijeet
4:50बन के सवेरा आई हो तुम मेरी राहों में चाँद सा चेहरा और महक है साँसों में तुम ही तुम हो हर पल इन निगाहों में मैं खो जाना चाहूँ तेरे ख़्वाबों में बन के सवेरा आई हो तुम मेरी राहों में फूलों पे गिरी हो जैसे शबनम होंठों पे नमी है ऐसी, जानम फूलों पे गिरी हो जैसे शबनम होंठों पे नमी है ऐसी, जानम ये मस्तियाँ, ये शोख़ियाँ खिलखिला कर तेरा हँसना और किसी में कहाँ बन के सवेरा आई हो तुम मेरी राहों में चाँद सा चेहरा और महक है साँसों में तुम ही तुम हो हर पल इन निगाहों में मैं खो जाना चाहूँ तेरे ख़्वाबों में बन के सवेरा आई हो तुम मेरी राहों में रोशन है सितारों जैसा तन-मन किरणों से घिरी हो जैसे दुल्हन रोशन है सितारों जैसा तन-मन किरणों से घिरी हो जैसे दुल्हन ओ, नाज़नीं, ओ, दिलनशीं हुस्न-ए-जानाँ, दिल में कर दे लाखों अरमाँ जवाँ बन के सवेरा आई हो तुम मेरी राहों में चाँद सा चेहरा और महक है साँसों में तुम ही तुम हो हर पल इन निगाहों में मैं खो जाना चाहूँ तेरे ख़्वाबों में बन के सवेरा आई हो तुम मेरी राहों में