Sooraj Dooba Hain
Aditi Singh Sharma
4:25तू है साज़िश के घेरे में, देख तो ज़रा अँधेरे में तू है साज़िश के घेरे में, देख तो ज़रा अँधेरे में क्या है जो होने को है, क्या है जो खोने को है कैसे ये खतरे हैं जो छाये हैं कोई कुछ कहता है क्या, चुप के कोई रहता है क्या दीवारों पर ये किसके साए हैं किसी चेहरे के पीछे कोई चेहरा छुपा है तू ये देख ले, देख सके तो किसी चेहरे के पीछे कोई चेहरा छुपा है तू ये देख ले, देख सके तो कौन है अजनबी, कौन है अजनबी सुन ज़रा कि आ रहीं हैं किसकी ये आहटें कौन दे पता चलेगा ये अँधेरे तो घटे वो जो भी है, दुश्मन है वो करना है क्या ज़रा सोच लो ये खूनी पंजा है जो, कैसा शिकंजा है वो खंजर ये कैसे लहराए है किसी चेहरे के पीछे कोई चेहरा छुपा है तू ये देख ले, देख सके तो किसी चेहरे के पीछे कोई चेहरा छुपा है तू ये देख ले, देख सके तो कौन है अजनबी, कौन है अजनबी तू है साज़िश के घेरे में, देख तो ज़रा अँधेरे में क्या है जो होने को है, क्या है जो खोने को है कैसे ये खतरे हैं जो छाये हैं किसी चेहरे के पीछे कोई चेहरा छुपा है तू ये देख ले, देख सके तो कौन है अजनबी, कौन है अजनबी