Faasle

Faasle

Aditya Rikhari

Альбом: Faasle
Длительность: 3:42
Год: 2021
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Текст песни

बेकरार सी थी रातें
बेशुमार तेरी यादें
बेहिसाब गम ये था मेरा
बेअसर रही शराबें
बेसबर ये दिल जो मेरा
बेवकूफ़ था तेरे बिना
बेकरार सी थी रातें
बेशुमार तेरी यादें
बेहिसाब गम ये था मेरा
बेअसर रही शराबें
बेसबर ये दिल जो मेरा
बेवकूफ़ था तेरे बिना
तेरे बिन रात दिन
भीगता था मैं
अश्कयों की बारिश में
आज तू है सामने
जो कम हुए हैं सारे
फ़ासले
हुउ
फ़ासले
हुउ

आज तोड़ दे
चाहे फिर मुझे
तुझसे टूटने में भी एक मज़ा है
हम अगर नही बाहों में तेरी
किसकी फिर भला
यह हसीन जगा है
आज तोड़ दे
चाहे फिर मुझे
तुझसे टूटने में भी एक मज़ा है
हम अगर नही बाहों में तेरी
किसकी फिर भला
यह हसीन जगा है
बेज़ुबान सी थी रातें
बरसी फिर जो तेरी यादें
बिखरा जिनमें घाम ये था मेरा
बेतुकी लगी शराबें
भीगा जिनमें दिल ये मेरा
बेवजह था सब तेरे बिना
आगाय ये शाम जो
तो कल सूबा का
कोई इंतेज़ार क्यूँ करे
दूरियाँ ख़तम हुई
ख़तम हुए हैं सारे
फ़ासले फ़ासले फ़ासले