Natarang Ubha
Ajay Atul
4:20दरस म्हारे बेगि दीज्यो जी दरस म्हारे बेगि दीज्यो जी ओ जी अन्तरजामी ओ राम ओ जी अन्तरजामी ओ राम खबर म्हारी बेगि लीज्यो जी खबर म्हारी बेगि लीज्यो जी ओ जी अन्तरजामी ओ राम अन्तरजामी ओ राम आप बिन मोहे कल ना पडत है जी आप बिन मोहे कल ना पडत है जी ओजी, ओजी तडपत हूं दिन रैन तडपत हूं दिन रैन नैन में नीर ढले है जी नैन में नीर ढले है जी ओजी तडपत हूं दिन रैन खबर म्हारी बेगि लीज्यो जी खबर म्हारी बेगि लीज्यो जी ओ जी अन्तरजामी ओ राम अन्तरजामी ओ राम गुण तो प्रभुजी मों में एक नहीं छै जी गुण तो प्रभुजी मों में एक नहीं छै जी ओ जी अवगुण भरे हैं अनेक अवगुण भरे हैं अनेक अवगुण म्हारां माफ करीज्यो जी अवगुण म्हारां माफ करीज्यो जी ओ जी अवगुण भरे हैं अनेक खबर म्हारी बेगि लीज्यो जी खबर म्हारी बेगि लीज्यो जी ओ जी अन्तरजामी ओ राम अन्तरजामी ओ राम भगत बछल प्रभु बिड़द कहाये जी भगत बछल प्रभु बिड़द कहाये जी ओ जी ओ जी भगतन के प्रतिपाल भगतन के प्रतिपाल सहाय आज म्हांरी बेगि करीज्यो जी सहाय आज म्हांरी बेगि करीज्यो जी ओ जी भगतन के प्रतिपाल खबर म्हारी बेगि लीज्यो जी खबर म्हारी बेगि लीज्यो जी ओ जी अन्तरजामी ओ राम अन्तरजामी ओ राम दासी मीरा की विनती छै जी दासी मीरा की विनती छै जी ओ जी आदि अन्त की ओ लाज आदि अन्त की ओ लाज आज म्हारी राख लीज्यो जी आज म्हारी राख लीज्यो जी ओ जी आदि अन्त की ओ लाज आज म्हारी राख लीज्यो जी खबर म्हारी बेगि लीज्यो जी ओ जी अन्तरजामी ओ राम अन्तरजामी ओ राम अन्तरजामी ओ राम अन्तरजामी ओ राम