O Mehbooba
Ajit Kumar
5:22आने से उसके आए बहार जाने से उसके जाए बहार बडी मस्तानी है, मेरी मेहबूबा मेरी जिन्दगानी है, मेरी मेहबूबा आने से उसके आए बहार जाने से उसके जाए बहार बडी मस्तानी है, मेरी मेहबूबा मेरी जिन्दगानी है, मेरी मेहबूबा गुनगुनाए ऐसे जैसे बजते हो घुँघरू कहीं पे आके परबतों से जैसे गिरता हो झरना जमीं पे झरनों की मौज है वो, मौजों की रवानी है मेरी मेहबूबा मेरी जिन्दगानी है, मेरी मेहबूबा बन संवर के निकले, आए सावन का जब जब महीना हर कोई ये समझे, होगी वो कोई चंचल हसीना पूछो तो कौन है वो, रुत ये सुहानी है मेरी मेहबूबा मेरी जिन्दगानी है, मेरी मेहबूबा सामने मैं सबके नाम उसका नही ले सकूंगा वो शरम के मारे रुठ जाए तो मैं क्या करुंगा हुरों की मलिका है, परियों की रानी है मेरी मेहबूबा मेरी जिन्दगानी है, मेरी मेहबूबा बडी मस्तानी है, मेरी मेहबूबा मेरी जिन्दगानी है, मेरी मेहबूबा हम्म हम्म हम्म हम्म