Dekha Hai Pehli Baar
Alka Yagnik
6:14तू शायर है, मैं तेरी शायरी तू शायर है, मैं तेरी शायरी तू आशिक़ है, मैं तेरी आशिक़ी तुझे मिलने को दिल करता है तुझे मिलने को दिल करता है ओ, मेरे साजना तू शायर है, मैं तेरी शायरी तू आशिक़ है, मैं तेरी आशिक़ी तेरी हर नज़्म, तेरा हर गीत है याद मुझे तेरी हर नज़्म, तेरा हर गीत है याद मुझे जब तक साँस चलेगी ना भूलूँगी मैं तो तुझे तेरे बिना जीना नहीं, खा के क़सम कहती हूँ तेरे बिना जीना नहीं, खा के क़सम कहती हूँ मैंने बिना देखे, बिना जाने तुझे दिल दे दिया तू धड़कन है, मैं तेरी ज़िंदगी तू शायर है, मैं तेरी शायरी तुझे मिलने को दिल करता है तुझे मिलने को दिल करता है ओ, मेरे साजना तू शायर है, मैं तेरी शायरी तू आशिक़ है, मैं तेरी आशिक़ी अपनी बेताबी का मैं कैसे तुझ से इज़हार करूँ? अपनी बेताबी का मैं कैसे तुझ से इज़हार करूँ? कैसे बतलाऊँ तुझे, जान-ए-जानाँ, कितना मैं प्यार करूँ लब पे कोई नाम नहीं तेरे सिवा, मेरे साजन लब पे कोई नाम नहीं तेरे सिवा, मेरे साजन मेरे इस दिल पे तेरा ही नशा छा गया तू दीवाना, मैं तेरी दीवानगी तू शायर है, मैं तेरी शायरी तुझे मिलने को दिल करता है तुझे मिलने को दिल करता है ओ, मेरे साजना तू शायर है, मैं तेरी शायरी तू आशिक़ है, मैं तेरी आशिक़ी