Kaali Gaadi
Amit Saini Rohtakiya
2:55अरे भीड़ पाड़ दया, भीड़ में बढ़के फेर घुमा दया सै कोए अबल तिती पाके उसपे पैर चढ़ा दया सै माखा पाप और पुण्य का बनाया रहवे यो कॉम्बिनेशन सै मार का मानस गंगा काणे घेर घुमा दया सै रे हम अपनी धुनें मा जीते गेल्या सारे बालक चीते जो मरन मरन ना तैयार रहवे वो टोला रह सै म्हारा थाड़े गलिया रोला रह सै चा की गलिया टोला रह सै स्याणा गेल्या बनती कोण्या दिल मान बाबा भोला रह सै म्हारा थाड़े गलिया रोला रह सै रे हम करा जाब्ता रसिया का सामान मंगाके ना लागे माथे के में मारे बंदा परे भागाके ना जो अपने मन मा एंडी हमने वोही पेलै सै अरे रेहड़ी कोण्या लूटी झूठी धौंस दिखाके नै रे हांडे बनाके ना हम काल आर दोनों आंख रव सै लाल गेल्या धर्या टूल में पयोर भाग का गोला रह सै म्हारा थाड़े गलिया रोला रह सै चा की गलिया टोला रह सै स्याणा गेल्या बनती कोण्या दिल मान बाबा भोला रह सै म्हारा थाड़े गलिया रोला रह सै कर के पंगे चौथे दिन हम जेल भी जा ल्या सै किससे जानकार पे 2 दिन भीतर बेल कराल्या सै जे गोल लागे पड़े रहवा सै जाके जंगलां में जे चाकू चीनी लागे काला तेल लगा ले सै रे बैठे शूटर माह रे साथ बगी के बिंटू दीप लाठ भी जिनका भराया खून ता घर का कोला कोला रह सै म्हारा थाड़े गलिया रोला रह सै चा की गलिया टोला रह सै स्याणा गेल्या बनती कोण्या दिल मान बाबा भोला रह सै म्हारा थाड़े गलिया रोला रह सै