Iktara
Amit Trivedi
4:14ओ मेरे मोहल्ले में चाँद जो आया है ईद जो लाया है तू ही तो नहीं अम्मी ने मेरी जो सूट सिलाया है ख्वाब दिखाया है तू ही तो नहीं हो जिसके लिए दिल बिगड़ने लगा है वो कौन है, तू ही है हो जिसके लिए दिल सँभलने लगा है वो कौन है, तू ही है दूर ये कौन है पास ये कौन है ख़ास ये कौन है तू ही है हो जिसके लिए मैंने सारी हसीनो के दिल तोड़े जाना है तू ही तो नहीं जिसके लिए मुझको जीते ही जाना है बीमा कराना तू ही तो नहीं हो आने से जिसके आ जाती है सांसें वो कौन है, तू ही है हाँ जाने से जिसके जाती है जानें वो कौन है, तू ही है दूर ये कौन है पास ये कौन है ख़ास ये कौन है तू ही है हो मेरे शेरों में ये कौन है मेरी शायरी में कौन है मेरी डायरी में कौन है तू ही है गुब्बारों में ये कौन है खुमारों में ये कौन है गिटारों में ये कौन है तू ही है