Shree Siddhivinayak Mantra And Aarti

Shree Siddhivinayak Mantra And Aarti

Amitabh Bachchan

Альбом: Shree Siddhivinayak
Длительность: 7:05
Год: 2016
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Текст песни

ॐ
ॐ
ॐ

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा

ॐ

ॐ गं गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धि विनायक नमो नमः
अष्ट विनायक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरया
मंगलमूर्ति मोरया

ॐ गं गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धि विनायक नमो नमः
अष्ट विनायक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरया
मंगलमूर्ति मोरया

ॐ गं गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धि विनायक नमो नमः
अष्ट विनायक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरया
मंगलमूर्ति मोरया

ॐ गं गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धि विनायक नमो नमः
अष्ट विनायक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरया
मंगलमूर्ति मोरया

सुखकर्ता, दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची
नूर्वी, पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची
कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची
जय देव, जय देव

जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती
दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति
जय देव, जय देव

जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती
दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति
जय देव, जय देव

रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा
रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया
जय देव, जय देव

जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती
दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति
जय देव, जय देव

जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती
दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति
जय देव, जय देव

लंबोदर, पितांबर फनिवर वंदना
सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना
दास रामाचा वाट पाहे सदना
संकटी पावावे, निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
जय देव, जय देव

जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती
दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति
जय देव, जय देव

जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती
दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति
जय देव, जय देव

शेंदुर लाल चढायो अच्छा गजमुख को
दोन्दिल लाल बिराजे सूत गौरिहर को
हाथ लिए गुड़ लड्डू साई सुरवर को
महिमा कहे ना जाय लागत हूँ पद को
जय देव, जय देव

जय-जय जी गणराज, विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव, जय देव

जय-जय जी गणराज, विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव, जय देव

अष्ट सिधि दासी संकट को बैरी
विघन विनाशन मंगल मूरत अधिकारी
कोटि सूरज प्रकाश ऐसे छबी तेरी
गंडस्थल मद्मस्तक झूले शशि बहरी
जय देव, जय देव

जय-जय जी गणराज, विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव, जय देव

जय-जय जी गणराज, विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव, जय देव

भावभगत से कोई शरणागत आवे
संतति संपत्ति सबही भरपूर पावे
ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे
गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे
जय देव, जय देव

जय-जय जी गणराज, विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव, जय देव

जय-जय जी गणराज, विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मन रमता
जय देव, जय देव

जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती
दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति
जय देव, जय देव

जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती
दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति
जय देव, जय देव