Kaho Na Kaho (From "Murder")
Amir Jamal
5:12एक गरम चाय की प्याली हो कोई उसको पिलाने वाली हो चाहे गोरी हो या काली हो सीने से लगाने वाली हो मिल जाये तो मिट जाये हर गम तारारमपमपम झिमपापपं झिमपापापम सुबह सुबह मैं निकलूँ घर से चूम के उसकी आँखें हर लम्हां बस याद करूँ उसकी चाहत की बातें सुबह सुबह मैं निकलूँ घर से चूम के उसकी आँखें हर लम्हां बस याद करूँ उसकी चाहत की बातें उसके लिए हो जीना मरना और भला क्या मुझको करना मेरे लिए खुशहाली हो उसके बिना सब खाली हो चाहे गोरी हो या काली हो सीने से लगाने वाली हो मिल जाये तो मिट जाये हर गम तरपमपमतरपमपम झिमपापपं झिमपापापम तरपमपमतरपमपम रात को जब मैं वापस आऊँ वो दरवाज़ा खोले लेके मुझको बाँहों में love you darling बोले रात को जब मैं वापस आऊँ वो दरवाज़ा खोले लेके मुझको बाँहों में love you darling बोले सज के मेरे सामने आये, सारे दिन की थकन मिटाए उसकी अदा निराली हो, वो मेरी घरवाली हो चाहे गोरी हो या काली हो सीने से लगाने वाली हो मिल जाये तो मिट जाये हर गम तरपमपमतरपमपम झिमपापपं झिमपापापम तरपमपमतरपमपम इक गरम चाय की प्याली हो कोई उसको पिलाने वाली हो चाहे गोरी हो या काली हो सीने से लगाने वाली हो मिल जाए तो मिट जाए हर गम तरपमपमतरपमपम झिमपापपं झिमपापापम तरपमपमतरपमपम