He Krishna Govind Hare Murare
Anuradha Paudwal
5:31नाम है तेरा तारण हारा कब तेरा दर्शन होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगा वो कितना सुंदर होग नाम है तेरा तारण हारा कब तेरा दर्शन होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगा वो कितना सुंदर होगा तुमने तारे लखो प्राणी यह संतो की वाणी है यह संतो की वाणी है तेरी छवि पर वो मेरे भगवंत यह दुनिया देवानी है यहा दुनिया देवानी है यह दुनिया देवानी है भाव से तेरी पूजा रचायु आ आ आ आ आ आ भाव से तेरी पूजा रचायु जीवन मे मंगल होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगा वो कितना सुंदर होगा सुरवर मूनिवर जिनके चरण मे निषदिन शीश झुकाते है निषदिन शीश जुकते है जो गाते है तेरी महिमा वो सब कुछ पा जाते है वो सब कुछ पा जाते है वो सब कुछ पा जाते है अपने कष्ट मिटाने को तेरे आ अपने कष्ट मिटाने को तेरे चरनो का वंदन होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगा वो कितना सुंदर होगा मॅन की मुरादे लेकर स्वामी तेरे चरण में आए है, तेरे चरण में आए है हम है बालक, तेरे जिनवर तेरे ही गुन गाते है आ तेरे ही गुन गाते है तेरे ही गुन गाते है भव से पार उतरने को तेरे आ आ आ आ आ आ आ भव से पार उतरने को तेरे गीतो का संगम होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगा वो कितना सुंदर होगा नाम है तेरा तारण हारा कब तेरा दर्शन होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगा वो कितना सुंदर होगा नाम है तेरा तारण हारा कब तेरा दर्शन होगा जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगा वो कितना सुंदर होगा