Aag Hawa Mitti Aur Paani
Anwar
3:50ऐ भारत माँ तेरे चरणों में शीश चढ़ाने आए हैं जितनी भी अपने पास बची, वो साँस चढ़ाने आए हैं ऐ भारत माँ तेरे चरणों में शीश चढ़ाने आए हैं जितनी भी अपने पास बची, वो साँस चढ़ाने आए हैं ये जान हथेली पर लेकर, कुछ कर दिखलाने आए हैं है कफ़न का नापा जेबों में, हम मर मिट जाने आए हैं लो मौत से प्राण को तोला दिलदार के लिए दिल दीवानों का डोला दिलदार के लिए दिल दीवानों का डोला दिलदार के लिए मेरा रंग दे मेरा रंग दे बसंती चोला मेरे प्यार के लिए