Ram Siya Ram
Sachet Tandon
3:51करम जिसे पुकारे वो पहुंचे गंगा किनारे ना कर मैली तू गंगा तन धोये मन तो गन्दा पलट के फिर ना आनी बोली बात और बहता पानी ना कर मैली तू गंगा तन धोये मन तो गन्दा मन पावन हो गंगा में डूबे नहाए मन रावण जो लहरों में तूने बहाए जो चला गया वो लौट के फिर ना आये तेरा करम ही है जो संग तेरे ही जाए मन पावन हो गंगा में डूबे नहाए मन रावण जो लहरों में तूने बहाए हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे जो पास तेरे वही तेरा बाक़ी सब मोह के फेरा तू क्यूँ समझ ना पाया तन मिट्टी है मन माया भगवा चोला तन पे जो तू ओढ़े हर चोला तो जायेगा पीछे छोड़े मन पावन हो गंगा में डूबे नहाए मन रावण जो लहरों में तूने बहाए हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे हर हर गंगे, हर हर गंगे हर हर गंगे गंगे