Jaavi Na
Darshan Raval
4:22जाने ना जाने क्यूँ, तारे दीवाने क्यूँ लगते जो तू साथ हो अजनबी हैं अभी, जानेगा तू कभी क्यूँ बिन मौसम बरसात हो नया सा है सुकूँ, मिला मुझे जो तू चाहतों का शुरू हो रहा सिलसिला चोट दिल पे लगी, प्यार होने लगा चोट दिल पे लगी, प्यार होने लगा देर से ही सही, दिल तुझमें खोने लगा देर से ही सही, दिल तुझमें खोने लगा जाए जहाँ भी तू, पीछे-पीछे मैं चल दूँ तेरे हो रहा ये मेरा हाल क्यूँ? ओ, जाए जहाँ भी तू, पीछे-पीछे मैं चल दूँ तेरे हो रहा ये मेरा हाल क्यूँ? हो, तू है और मैं हूँ, चाहिए अब मुझे और क्या? तेरी धुन में ही बहती चलूँ हाँ, कहाँ ले जा रहे हमको ये रास्ते? सच है जो हो रहा या कोई ख़्वाब ये? है तेरा-मेरा क्या राब्ता? चोट दिल पे लगी, प्यार होने लगा चोट दिल पे लगी, प्यार होने लगा देर से ही सही, दिल तुझमें खोने लगा देर से ही सही, दिल तुझमें खोने लगा फ़िज़ाओं, हवाओं में उड़ रही मैं कहीं धड़कनों से तेरी जुड़ रही मैं कहीं ओ, जिस गली में जाने से दिल को रोका बड़ा ओ, राहें ये मुड़ रही हैं वहीं नींद जाने लगी, चैन खोने लगा नींद जाने लगी, चैन खोने लगा धीरे-धीरे ये असर तेरा मुझ पे होने लगा धीरे-धीरे ये असर तेरा मुझ पे होने लगा चोट दिल पे लगी, प्यार होने लगा देर से ही सही, दिल तुझमें खोने लगा ओ, देर से ही सही, दिल तुझमें खोने लगा