Neele Neele Ambar Par (Male Version)
Kishore Kumar
5:20मैंने तुम्हे यहाँ बक बक करने के लिए नहीं बिठाया है ऐसा क्या तो ठीक हे बक बक नहीं करता चुप बैठता हे कहाँ जाना हे कहाँ जाना हे अरे बोलो ना कहाँ जाना हे अरे कॉल करता फिर खुद ही बोलता बक बक करता फिर खुद ही बात करने को बोलता है पलटफेर जाना हे अच्छा वहां रहते हो नहीं नहीं वहां तो हर शनिवार हमारा इन्तजार होता हे इन्तजार कौन करता हे अपना मेहबूब मेहबूब अपना डार्लिंग अपना दिल अपना जिगर आहा एक घंटा मुलाकात होती हे तबियत हरी हो जाती हे अभी आप मिलेगी ना देखना कितने प्यार से मिलती हे २ kiss में मारूंगा २ kiss वो बस बस बस एक दम सही जगह पे ला के पटका हे आइये मेमसाब आइये आपको अपने मेहबूब से मिलाता हूँ मुझे नहीं मिलना हे कोई मेहबूब महब्बोब से अरे जब यहाँ तक आ ही गयी तो मिल लो न मैंने कहाँ न मुझे नहीं मिलना हे Bye bye अरे ओ ओ धूप में निकला न करो रूप की रानी गोरा रंग काला न पड़ जाए धूप में निकला न करो रूप की रानी गोरा रंग काला न पड़ जाए मस्त मस्त आँखों से छळकाओ न मदिरा मधुशाला में ताला न पड़ जाए धूप में निकला न करो रूप की रानी गोरा रंग काला न पड़ जाए आ आ आ आ आ आ आ आ ला रा रा ल रा रा तुम जो थक गयी हो तो बाहों में उठा ले तुम जो थक गयी हो तो बाहों में उठा ले हुक्म दो हमें तो अभी पालकी ला दे पंत हैं पथरीला पैदल न चलो तुम पंत हैं पथरीला पैदल न चलो तुम कहीं पाँव में छाला न पड़ जाए धूप में निकला न करो रूप की रानी गोरा रंग काला न पड़ जाए धुप हो या छाँव सजन मैं तो आयूंगी धुप हो या छाँव सजन मैं तो आयूंगी तुमसे मिलाने आग पे भी जलके जाउंगी एक पल भी तनहा तुम्हे छोड़ू तो कैसे एक पल भी तनहा तुम्हे छोड़ू तो कैसे किसी सौतन से पाला न पड़ जाए धूप में निकला न करो रूप की रानी गोरा रंग काला न पड़ जाए मस्त मस्त आँखों से छळकाओ न मदिरा मधुशाला में ताला न पड़ जाए