Dhoop Mein Nikla Na Karo (With Dialogue)

Dhoop Mein Nikla Na Karo (With Dialogue)

Asha Bhosle

Длительность: 5:34
Год: 2012
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Текст песни

मैंने तुम्हे यहाँ बक बक करने के लिए नहीं बिठाया है
ऐसा क्या तो ठीक हे बक बक नहीं करता
चुप बैठता हे
कहाँ जाना हे
कहाँ जाना हे
अरे बोलो ना कहाँ जाना हे
अरे कॉल करता फिर खुद ही बोलता बक बक करता
फिर खुद ही बात करने को बोलता है
पलटफेर जाना हे
अच्छा वहां रहते हो
नहीं नहीं वहां तो हर शनिवार हमारा इन्तजार होता हे
इन्तजार
कौन करता हे
अपना मेहबूब
मेहबूब
अपना डार्लिंग अपना दिल अपना जिगर
आहा एक घंटा मुलाकात होती हे तबियत हरी हो जाती हे
अभी आप मिलेगी ना देखना कितने प्यार से मिलती हे
२ kiss में मारूंगा २ kiss वो
बस बस बस
एक दम सही जगह पे ला के पटका हे
आइये मेमसाब आइये आपको अपने मेहबूब से मिलाता हूँ
मुझे नहीं मिलना हे कोई मेहबूब महब्बोब से
अरे जब यहाँ तक आ ही गयी तो मिल लो न
मैंने कहाँ न मुझे नहीं मिलना हे
Bye bye अरे ओ ओ

धूप में निकला न करो रूप की रानी
गोरा रंग काला न पड़ जाए
धूप में निकला न करो रूप की रानी
गोरा रंग काला न पड़ जाए
मस्त मस्त आँखों से छळकाओ न मदिरा
मधुशाला में ताला न पड़ जाए
धूप में निकला न करो रूप की रानी
गोरा रंग काला न पड़ जाए

आ आ आ आ आ आ आ आ
ला रा रा ल रा रा
तुम जो थक गयी हो तो बाहों में उठा ले
तुम जो थक गयी हो तो बाहों में उठा ले
हुक्म दो हमें तो अभी पालकी ला दे
पंत हैं पथरीला पैदल न चलो तुम
पंत हैं पथरीला पैदल न चलो तुम
कहीं पाँव में छाला न पड़ जाए
धूप में निकला न करो रूप की रानी
गोरा रंग काला न पड़ जाए

धुप हो या छाँव सजन मैं तो आयूंगी
धुप हो या छाँव सजन मैं तो आयूंगी
तुमसे मिलाने आग पे भी जलके जाउंगी
एक पल भी तनहा तुम्हे छोड़ू तो कैसे
एक पल भी तनहा तुम्हे छोड़ू तो कैसे
किसी सौतन से पाला न पड़ जाए
धूप में निकला न करो रूप की रानी
गोरा रंग काला न पड़ जाए
मस्त मस्त आँखों से छळकाओ न मदिरा
मधुशाला में ताला न पड़ जाए