Chaleya
Arijit Singh
3:21हक़ है हमको (हमको) कुछ आज कर लें दुनिया चाहे (चाहे) एतराज़ कर ले बिगड़े ज़्यादा (ज़्यादा), सुधरे हुए कम अब तोड़ेंगे (yeah-yeah-yeah) हर क़ायदा हम होश नहीं शाम से कल मिलो काम से अभी तो हम देख लो बिल्कुल गए कि घर के सारे रस्ते भूल गए ओ, जो भी हमें देखे, वो कहता रहे ਕਿ ਅੱਜ ਸ਼ੇਰ ਖੁੱਲ ਗਏ घर के रस्ते भूल गए (ah-ah-ah-ah-ah) अब तो हम बिलकुल गए (yeah-yeah-yeah-yeah-yeah) आए ऐसी चौड़ में कि जो भी हमें देखे, वो कहता रहे ਕਿ ਅੱਜ ਸ਼ੇਰ ਖੁੱਲ ਗਏ मुझसे नशे में ग़लती हो जानी है आज तो यारा, सँभलना, कोई हो जाए नाराज़ जो मैं तो बदमाश हो रहा हूँ, कल शरीफ़ था बिगड़ा हिसाब दिल का, पहले तो ये ठीक था होश नहीं शाम से कल मिलो काम से अभी तो हम देख लो बिल्कुल गए कि घर के सारे रस्ते भूल गए ओ, जो भी हमें देखे वो कहता रहे ਕਿ ਅੱਜ ਸ਼ੇਰ ਖੁੱਲ ਗਏ घर के रस्ते भूल गए (ah-ah-ah-ah-ah) अब तो हम बिल्कुल गए (yeah-yeah-yeah-yeah-yeah) आए ऐसी चौड़ में कि जो भी हमें देखे, वो कहता रहे ਕਿ ਅੱਜ ਸ਼ੇਰ ਖੁੱਲ ਗਏ ਕਿ ਅੱਜ ਸ਼ੇਰ ਖੁੱਲ ਗਏ