Bhanvarwa Ke Tohra Sang Jaai
Madan Rai
7:10एक त मो बारी भोरी दूसरे पियवा गइलन रे चोरी एगो दोहा याद आ गइल कवि नागिन व विरहिन के जहर के कैइसे तुलना कइले बा सुनी नागन बैठी राह में कि बिरहन पहुंची आय नागन डर गई आपके कि बिरहन डस न जाए कैसे भईया नागिन डेरा जात बिया बिरहन से नाहर के नख में बसे दंते बसे भुजंग बिच्छि के पोंछी बसे बिरहन के सब अंग एक त मो बारी भोरी दूसरे पियवा गइलन रे चोरी आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम एक त मो बारी भोरी दूसरे पिया के रे चोरी आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम फूल लोढ़े गइली बारी सारी मोरी अटकल डारी फूल लोढ़े गइली बारी, फूल लोढ़े गइली बारी फूल लोढ़े गइली फूल लोढ़े गइली बारी सारी मोरी अटकल डारी आरे सखी आरे पिया बिन सरिया केहू न छोड़ाबेला ए राम आरे सखी आरे पिया बिन सरिया केहू न छोड़ाबेला ए राम एक त मो बारी भोरी दूसरे पिया के रे चोरी आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम झूलत झूलत बारी चढ़ि गइली महल अटारी झूलत झूलत बारी चढ़ि गइली महल अटारी आरे सखी आरे जहवां रे जोगिया धूनिया रमाबेला ए राम आरे सखी आरे जहवां रे जोगिया धूनिया रमाबेला ए राम एक त मो बारी भोरी दूसरे पिया के रे चोरी आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम सारी मोरी फाटी गइली अंगिया मसकी रे गइनीं सारी मोरी फाटी गइली अंगिया मसकी रे गइनीं आरे सखी आरे नयना टपकी के नवरंग भीजेला ए राम आरे सखी आरे नयना टपकी के नवरंग भीजेला ए राम एक त मो बारी भोरी दूसरे पियवा गइलन रे चोरी आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम जौना रे मंदिरवा में अति सुख पवलीं हम जौना रे मंदिरवा में अति सुख पवलीं हम आरे सखी आरे ओहिरे मंदिरवा अगिया लागल ए राम आरे सखी आरे ओहिरे मंदिरवा अगिया लागल ए राम एक त मो बारी भोरी दूसरे पिया के रे चोरी आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम आरे सखी आरे तीसरे बिरह से देहिया मातल ए राम