Aaj Bichhde Hain

Aaj Bichhde Hain

Bhupinder Singh

Альбом: Thodi Si Bewafai
Длительность: 6:25
Год: 1980
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Текст песни

आज बिछड़े हैं
आज बिछड़े हैं
कल का डर भी नहीं
जिंदगी इतनी
मुख़्तसर भी नहीं
आज बिछड़े हैं
आज बिछड़े हैं
कल का डर भी नहीं
जिंदगी इतनी
मुख़्तसर भी नहीं
आज बिछड़े हैं

ज़ख़्म दिखते
नहीं अभी लेकिन
ज़ख़्म दिखते
नहीं अभी लेकिन
ठंडे होंगे
तो दर्द निकलेगा
एश उतरेगा
वक़्त का जब भी
चेहरा अंदर
से ज़र्द निकलेगा
आज बिछड़े हैं
आज बिछड़े हैं
कल का डर भी नहीं
जिंदगी इतनी
मुख़्तसर भी नहीं
आज बिछड़े हैं

कहने वालों का
कुछ नहीं जाता
सहने वाले
कमाल करते हैं
कौन ढूंढें
जवाब दर्दों के
लोग तो बस सवाल करते हैं
आज बिछड़े हैं
आज बिछड़े हैं
कल का डर भी नहीं
जिंदगी इतनी
मुख़्तसर भी नहीं
आज बिछड़े हैं

कल जो आएगा जाने क्या होगा
कल जो आएगा जाने क्या होगा
बीत जाए जो कल नहीं आते
वक़्त की शाख तोड़ने वालो
टूटी शाखों पे फल नहीं आते
आज बिछड़े हैं
आज बिछड़े हैं
कल का डर भी नहीं
जिंदगी इतनी
मुख़्तसर भी नहीं
आज बिछड़े हैं

कच्ची मिटटी हैं
दिल भी इंसान भी
देखने ही में
सख्त लगता हैं
आंसू पोछे
आसुओं के निशाँ
खुश्क होने में
वक़्त लगता हैं
आज बिछड़े हैं
आज बिछड़े हैं
कल का डर भी नहीं
जिंदगी इतनी
मुख़्तसर भी नहीं
आज बिछड़े हैं
आज बिछड़े हैं
आज बिछड़े हैं