Dilbar Dilbar
Alka Yagnik
5:42ओ ओ ओ ओ सावन के झूलों ने मुझको बुलाया सावन के झूलों ने मुझको बुलाया सावन के झूलों ने मुझको बुलाया मैं परदेसी घर वापस आया काँटों ने फूलों ने मुझको बुलाया काँटों ने फूलों ने मुझको बुलाया मैं परदेसी घर वापस आया याद बड़ी इक मीठी आयी ओ ओ ओ ओ याद बड़ी इक मीठी आयी उड़ के ज़रा सी मिट्टी आयी ओ ओ ओ ओ नाम मेरे इक चिट्ठी आयी चिट्ठी आयी जिसने मेरे दिल को धड़काया मैं परदेसी घर वापस आया सावन के झूलों ने मुझको बुलाया मैं परदेसी घर वापस आया हम्म हम्म, ओ ओ ओ सपनों में आई इक हसीना ओ ओ ओ ओ सपनों में आई इक हसीना नींद चुराई मेरा चैन भी छीना कर दिया मुश्किल मेरा जीना याद जो आया उसकी ज़ुल्फ़ों का साया मैं परदेसी घर वापस आया सावन के झूलों ने मुझको बुलाया मैं परदेसी घर वापस आया कैसी अनोखी ये प्रेम कहानी कैसी अनोखी ये प्रेम कहानी अनसुनी, अन्देखी, अनजानी अनसुनी, अन्देखी, अनजानी ओ मेरे सपनों की रानी होठों पे तेरे मेरा नाम जो आया मैं परदेसी घर वापस आया सावन के झूलों ने मुझको बुलाया मैं परदेसी घर वापस आया काँटों ने फूलों ने मुझको बुलाया काँटों ने फूलों ने मुझको बुलाया मैं परदेसी घर वापस आया मैं परदेसी घर वापस आया