Main Hoon Nahi Tere

Main Hoon Nahi Tere

Chitra Vichitra Ji Maharaj

Альбом: Shyam Saloni Surat
Длительность: 7:40
Год: 2025
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Текст песни

में हूँ नहीं में हूँ नहीं
तेरे प्यार के काबिल हो तेरे प्यार के काबिल
में हूँ नहीं
में हूँ नहीं तेरे प्यार के काबिल
में हूँ नहीं में हूँ नहीं
तेरे प्यार के काबिल
तेरे प्यार के काबिल
में गुनहगार हूँ
में गुनहगार हूँ
हो खता बार हूँ
हो खता बार हूँ
ना दीदार के काबिल
में हूँ नहीं में हूँ नहीं
तेरे प्यार के काबिल
तेरे प्यार के काबिल
में गुनहगार हूँ
गुनहगार हूँ
हो खता बार हूँ
खता बार हूँ
ना दीदार के काबिल
में हूँ नहीं
में हूँ नहीं
तेरे प्यार के काबिल
तेरे प्यार के काबिल
अबगुण भरा शरीर मेरा में कैसे तुझे मिल पाऊ चुदरिया
ये दाग दगिलि कैसे दाग छुड़ाओ ना भक्ति ना प्रेम रस कैसे
तुझे मिल पाऊ आन पड़ा अब द्वारे तिहारे अब किस द्वारे जाऊ
उजड़ा हुआ
उजड़ा हुआ
गुलशन हु में
गुलशन हु में
ना बहार के काबिल
में हूँ नहीं
में हूँ नहीं
तेरे प्यार के काबिल
तेरे प्यार के काबिल
उजड़ा हुआ
उजड़ा हुआ
गुलशन हु में
गुलशन हु में
ना बहार के काबिल
में हूँ नहीं
में हूँ नहीं
तेरे प्यार के काबिल
तेरे प्यार के काबिल
वो दिर्ष्टि नहीं हे पास मेरे जो रूप तुम्हारा निहार सकू
वो तड़प नहीं दिल अंदर जिस तड़प तुमको पुकार सकू वो आग नहीं
आहो में तन मन बजार सकू वो त्याग अपने में जो सर्वस तुम वार सकू
भुला हूँ में
भुला हूँ में
वादा हूँ में
कोरस:- वादा हूँ में
हे करार के काबिल
में हूँ नहीं
में हूँ नहीं
तेरे प्यार के काबिल
तेरे प्यार के काबिल
तुम ही करो मुझे प्यार के काबिल और कौन है मेरा काम क्रोध
लोभ मोह आकर डाला डेरा एक तेरे दीदार बिना इस दिल में
हूँ आ अँधेरा मुझे भरोसा नहीं किसीका एक भरोसा तेरा
तेरे प्यार में
तेरे प्यार में
पागल हूँ आ
पागल हूँ आ
न संसार के काबिल
में हूँ नहीं
में हूँ नहीं
तेरे प्यार के काबिल
तेरे प्यार के काबिल
में हूँ नहीं
में हूँ नहीं
तेरे प्यार के काबिल
तेरे प्यार के काबिल
में गुनहगार हूँ
में गुनहगार हूँ
हो खता बार हूँ
हो खता बार हूँ
ना दीदार के काबिल
में हूँ नहीं
में हूँ नहीं
तेरे प्यार के काबिल
तेरे प्यार के काबिल