Raftaarein
Vishal-Shekhar
4:30यह आग कैसी मेरे सीने में है दहकति अंधेरो में ना कोई उमीद है चमकती मक्खी मक्खी मक्खी मक्खी नाम अपुन का जानी माँगेगा ना पानी ऐसे छीन लूँगा मैं तेरी ज़िंदगानी नाम अपुन का जानी माँगेगा ना पानी ऐसे छीन लूँगा मैं तेरी ज़िंदगानी मैं आज चल पड़ा हूँ ऊँची उड़ान मेरी तेरे खून से लिखूंगा अब मैं कहानी तेरी मक्खी हूँ मैं मक्खी सैर कर नरक की मेरी इक नज़र से तूने मौत चकी मक्खी हूँ मैं मक्खी सैर कर नरक की मेरी इक नज़र से तूने मौत चकी मक्खी मक्खी मक्खी मक्खी मक्खी मक्खी मक्खी मक्खी मक्खी मक्खी मक्खी मक्खी हूँ ज़रा सा लेकिन तू क्या मुझको रोके इक ज़रा सा शोला गाओं गाओं फ़ूके बूँद इक ज़हर की कभी भी ना चुके इक ज़रा सी बोली दागे बंदूकें Wasn't it you universe natural Before the big bang नही दूध की मैं मक्खी जो मुझको फेंक देगा जब तेरी साँस रुकी तभी सुकु मिलेगा तुझसे नज़र मिलाके मैं चुटकी में मार दूँगा