Chudi
Falguni Pathak
4:16खन खन खनके खन खन खनके खन खन खनके हाथ में खन खन हाथ में खन खन खनके खन खन खनके खन खन खनके हाथ में खन खन हाथ में चूड़ी जो खनकी हाथों में हाय हाय हाय हाय हाय हाय चूड़ी जो खनकी हाथों में चूड़ी जो खनकी हाथों में याद पिया की आने लगी हाय भीगी भीगी रातों में खन खन खन खन याद पिया की आने लगी हाय भीगी भीगी रातों में चूड़ी जो खनकी हाथों में ठंडी ठंडी पवन चले तन मन में हाय आग लगे ठंडी ठंडी पवन चले तन मन में हाय आग लगे तेरे प्यार की चिंगारी अंग अंग में हाय मेरे जले रिमझिम सी बरसातों में हाय हाय हाय हाय हाय हाय रिमझिम सी बरसातों में रिमझिम सी बरसातों में याद पिया की आने लगी हाय भीगी भीगी रातों में खन खन खन खन याद पिया की आने लगी हाय भीगी भीगी रातों में चूड़ी जो खनकी हाथों में बाग में कोयलड़ी बोले हे देखो मोर पपीहा नाचे हे अब के बरस हाय ये सावन जान न मेरी ले जाए अरे अब के बरस हाय ये सावन जान न मेरी ले जाए धक धक मोरा जिया करे तन से चूनर जब उड़ जाए बोले जो कोयल बागों में हाय हाय हाय हाय हाय हाय बोले जो कोयल बागों में बोले जो कोयल बागों में याद पिया की आने लगी हाय भीगी भीगी रातों में खन खन खन खन याद पिया की आने लगी हाय भीगी भीगी रातों में खन खन खन खन याद पिया की आने लगी हाय भीगी भीगी रातों में खन खन खन खन याद पिया की आने लगी हाय भीगी भीगी रातों में खन खन खन खन