Ye Kaali Kaali Aankhen
Kumar Sanu
Farooq रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है तेरे आगे ओ जानम रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है तेरे आगे ओ जानम ओ तू भी क्या चीज़ है हर दिल अज़ीज़ है दिल चाहे देखे तुझे हम हर दम तू भी क्या चीज़ है हर दिल अज़ीज़ है दिल चाहे देखे तुझे हम हर दम रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है तेरे आगे ओ जानम रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है तेरे आगे ओ जानम मै दीवाना आवारा पागल गलियो मै फिरता हू मै मारा मारा ओ मै दीवाना आवारा पागल गलियो मै फिरता हू मै मारा मारा महलो की तू रहने वाली कैसे बनूगा तेरा सहारा फिर भी न जाने दिल क्यू न माने हर दिन हर पल तुझको पुकारे रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है तेरे आगे ओ जानम अरे रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है तेरे आगे ओ जानम हो तू भी क्या चीज़ है हर दिल अज़ीज़ है दिल चाहे देखे तुझे हम हर दम रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है तेरे आगे ओ जानम हे रूप सुहाना लगता है चांद पुराना लगता है तेरे आगे ओ जानम