Main Tere Prem Mai
Gaamdi Aala
3:53तो शंकर भगवान पार्वती से कहते हे ए पार्वती जी देखिये में फककर आदमी पहाड़ में रहता हूँ मेरा मुँह भी भयंकर हे ये जीवनसाथी बणना बड़ा मुश्किल हे सुनिए आप शंकर भगवान पार्वती को समझाते हे हे रै तू महलाँ मैं रहणे आली मैं पहाड पै कोठे आला सूँ तू महलाँ मैं रहणे आली मैंफुट्टे कोठे आला सूँ भाँग रगड़ के पिया करूँ रै मैं कुंडी सोटे आला सूँ तू राजा की राजदुलारी मैं सिर्फ़ लंगोटे आला सूँ भाँग रगड़ के पिया करूँ रै मैं कुंडी सोटे आला सूँ रै तेरे बाले लरजे काना में मैं कान पड़ाये बैठ्या सूँ तू मटणे लावे चाम तेरे पे मैं भस्म रमाये बैठ्या सूँ बण के भीतर रया करू मैं भूत नचाये बैठ्या सूँ तेरे हवा की तरियाँ केश उड़े मैं लटा बढ़ाये बैठ्या सूँ कोये छैले छबीला छोरा टोहले छैले छबीला छोरा टोहले मैं लाम्बे चोटे आला सूँ भाँग रगड़ के पिया करूँ रै मैं कुंडी सोटे आला सूँ तू राजा की राजदुलारी मैं सिर्फ़ लंगोटे आला सूँ भाँग रगड़ के पिया करूँ रै मैं कुंडी सोटे आला सूँ रै मेरा लीला होया गात पडया मैं कण्ठ मैं ज़हर सूँ टेकणीया 6 6 भीने आँख ना खोलूँ धूंणे लाके सूँ बेठाणीयाँ चोगरदे के साँप पड़े रह गल मैं नाग लपेटणीयाँ रै मेरे कर्म मैं लिखी फ़क़ीरी स मैं लालच लोभ ना देखणियाँ कोये सुख ना देखया ज़िंदगी में कदे सुख ना भोग्या ज़िंदगी में कदे भाग तै खोट्टे आला सूँ भाँग रगड़ के पिया करूँ रै मैं कुंडी सोटे आला सूँ तू राजा की राजदुलारी मैं सिर्फ़ लंगोटे आला सूँ भाँग रगड़ के पिया करूँ रै मैं कुंडी सोटे आला सूँ रे तू राजा टोहले रूतबे आला मिलज्यागा तने छैल कोये एक बोल पे रीज़ पूगादे लेज्यागा इसा गैल कोये सारी उम्र मोज़ मैं काटै मिलज्यागा इसा मेहल कोये तने मेरे तै आच्छे भोत मिलेंगे करते ना जो बैल कोये मेरे लेण देण नें कुछ भी कोन्या लेण देण नें कुछ भी कोन्या मैं छीकमा टोटे आला सूँ भाँग रगड़ के पिया करूँ रै मैं कुंडी सोटे आला सूँ तू राजा की राजदुलारी मैं सिर्फ़ लंगोटे आला सूँ भाँग रगड़ के पिया करूँ रै मैं कुंडी सोटे आला सूँ