Kirpa Hai Damruwale Ki
Gajendra Pratap Singh
3:42अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में मेरा निश्चय है बस एक यही एक बार तुम्हे मैं पा जाऊं मेरा निश्चय है बस एक यही, एक बार तुम्हे मैं पा जाऊं अर्पण करदूँ जगती भर का सब प्यार तुम्हारे हाथों में अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में यदि मानव का मुझे जनम मिले हर जीव का पालनहार बनु यदि मानव का मुझे जनम मिले, हर जीव का पालनहार बनु हर इक प्राणी के जीवन की पतवार तिम्हारे हाथों में अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में मुझ में तुझ में है फर्क यही, मैं नर हूँ तुम नारायण हो मुझ में तुझ में है फर्क यही, मैं नर हूँ तूम नारायण हो मैं हूँ संसार के हाथों में, संसार तुम्हारे हाथों में अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में