Taarif Karoon Kya Uski
Mohammed Rafi
5:27कहीं मारे डर के चूहा तो नहीं हो गया कोने कोने देखा न जाने कहाँ खो गया कोने कोने देखा न जाने कहाँ खो गया यहाँ उसे लाए काहे को बिना काम रे जल्दी जल्दी ढूँढो के होने लगी शाम रे यहाँ उसे लाए काहे को बिना काम रे जल्दी जल्दी ढूँढो के होने लगी शाम रे जाने कहाँ मेरा जिगर गया जी अभी अभी यहीं था किधर गया जी किसी की अदाओं पे मर गया जी बड़ी बड़ी अँखियों से डर गया जी जाने कहाँ मेरा जिगर गया जी अभी अभी यहीं था किधर गया जी किसी की अदाओं पे मर गया जी बड़ी बड़ी अँखियों से डर गया जी