Syahi
Sinta Bhai
3:18छोरा था सीधा-सादा रे इश्क़ में हो गया आधा इब लांबी कर ली दाढी दिल टूट्या, बण गया बाबा मन्ने खूब मिली बदनामी हो गया घर क्या के शामी रे जितनी बीती मेरे पे बता लिख देगा के, जानी? तेरे गैल्याँ हँसना-रोना था ब्याह तेरा-मेरा होना था क्यूँ खेल गई मेरी गेल्याँ तू? मेरा दिल के कोई खिलौना था? मेरा दिल के कोई खिलौना था? इक बोल्या बाबा मेरे ते तू प्यार करे जिस चेहरे ते वो लूट के, Addy, तन्ने रे फिर मुँह मोड़ेगी तेरे ते मैं बोल्या, बाबा सनकी है तू भूखी कोन्या धन की है मन्ने करेया भरोसा तेरे पे पर करी तन्ने तेरे मन की है रंग-रूप तो सुथरा था पर दिल की पाई काली रे तेरा नाम भी लेवे जे कोई मन्ने लागे सै गाली रे जो सपने कट्ठे देखे थे किस गेल करेगी पूरे रे? दो बालक होने थे अपने तेरे की तरहिया भूरे रे होया शराबी चोटी का मैं पागल वरगे ढंग करूँ बस तू ए दिक्खे सै मन्ने जब मैं आख्याँ ने बंद करूँ कितना भी ख़ुद ने तंग करूँ ना नफ़रत होती मेरे ‘ते तेरी मर्जी तन्ने जो करना मन्ने प्यार रवेगा तेरे ‘ते मन्ने प्यार रवेगा तेरे ‘ते मेरी माँ ने माँ बतावे थी तू कितना हक़ जतावे थी जब तोड़ के सब जाने थे क्यूँ इतने सपने दिखावे थी? बस छोरियाँ की ना होती इज्जत छोरेयाँ की भी होवे है इब हाल देख के मेरा ओह मेरी माँ भी लुक-लुक रोवे से तू मेहँदी लाइए हाथा पे मैं मर के तन्ने दिखाऊँगा मन्ने प्यार करेया था साँचा रे गाण्या में लिख के जाऊँगा तू बैठ के डोली में जाइए मैं जाऊँगा अर्थी पे मैं इतनी साची कह जाँगा ना प्यार करे कोई धरती पे ना प्यार करे कोई धरती पे