Parvati Boli Shankar Se
Hansraj Raghuwanshi
7:20ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय हे शंभो शिवाय महादेव तेरे दम से ये संसार है ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय हे शंभो शिवाय महादेव तेरे दम से ये संसार है अगम है अगोचर है सर्वज्ञ है तू ब्रह्मांड के पार है है अजर तू अमर तू अनादि अनंत स्वयंभू महाकाल है नीलकंठ चंद्र भाल तू गगन से भी विशाल विश्वनाथ भोले शंकरा हे दयाल हे कृपाल काट दे ये मोह जाल आदि योगी हे दिगम्बरा ओ भोले ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय सूरज में तू है, किरणों में तू है तुझसे खिली धूप है गले सर्प माला, जटाओं में गंगा अद्भुत तेरा रूप है सूरज में तू है, किरणों में तू है तुझसे खिली धूप है गले सर्प माला, जटाओं में गंगा अद्भुत तेरा रूप है साकार तू है निराकार तू है और तू ही ओमकार है और तू ही ओमकार है है तू भक्त वत्सल तू सागर दया का जगत का तू आधार है नीलकंठ चंद्र भाल तू गगन से भी विशाल विश्वनाथ भोले शंकरा हे दयाल हे कृपाल काट दे ये मोह जाल आदि योगी हे दिगम्बरा ओ भोले ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय धरती से लेकर गगन तक महादेव कण कण में तू व्याप्त है किसी और की क्या जरूरत है मुझको बस तू ही पर्याप्त है धरती से लेकर गगन तक महादेव कण कण में तू व्याप्त है किसी और की क्या जरूरत है मुझको बस तू ही पर्याप्त है कहे बिन समझता है तू बात मन की ये कैसा चमत्कार है ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय कैसा चमत्कार हैं तू ही प्रेम सागर तू करुणा की गागर तू संसार का सार है नीलकंठ चंद्र भाल तू गगन से भी विशाल विश्वनाथ भोले शंकरा हे दयाल हे कृपाल काट दे ये मोह जाल आदि योगी हे दिगम्बरा ओ भोले ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ओ भोले ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ नमः शिवाय ओ भोले ॐ नमः शिवाय ओ भोले ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय (ओ भोले)