Shahar Dar Shah
Hariharan
5:13मैं ख़्याल हूँ किसी और का मैं ख़्याल हूँ किसी और का मुझे सोचता कोई और है सरे-आईना मेरा अक्स है पसे-आईना कोई और है मैं ख़्याल हूँ किसी और का मैं किसी की दस्ते-तलब में हूँ तो किसी के हर्फ़े-दुआ में हूँ मैं किसी की दस्ते-तलब में हूँ तो किसी के हर्फ़े-दुआ में हूँ मैं नसीब हूँ किसी और का मैं नसीब हूँ किसी और का मुझे माँगता कोई और है मैं नसीब हूँ किसी और का मुझे माँगता कोई और है मैं ख़्याल हूँ किसी और का कभी लौट आएँ तो पूछना नहीं देखना उन्हें गौर से कभी लौट आएँ तो पूछना नहीं देखना उन्हें गौर से जिन्हें रास्ते पे खबर हुईं जिन्हें रास्ते पे खबर हुईं के ये रास्ता कोई और है जिन्हें रास्ते पे खबर हुईं के ये रास्ता कोई और है मैं ख़्याल हूँ किसी और का तुझे दुश्मनों की खबर न थी मुझे दोस्तों का पता न था तुझे दुश्मनों की खबर न थी मुझे दोस्तों का पता न था तेरी दास्तां कोई और थी तेरी दास्तां कोई और थी मेरा वाक्या कोई और है तेरी दास्तां कोई और थी मेरा वाक्या कोई और है मैं ख़्याल हूँ किसी और का मुझे सोचता कोई और है सरे-आईना मेरा अक्स है पसे-आईना कोई और है मैं ख़्याल हूँ किसी और का