Saanwariya Saanwariya
Alka Yagnik
5:19मैं कहूँ काल तो कौन मानेगा आज क्या देखा क्या किया मैने फूल को आज गाते देखा हैं चाँद को आज छ्छून लिया मैने मुझे आज तूने जो छ्छून लिया मेरे जिस्मो जान पीगाल गये मुझे आज तूने जो छ्छून लिया मेरे जिस्मो जान पीगाल गये तेरे प्यार की तेरे लाम के दीए अंग अंग में जल गये मुझे आज तूने जो छ्छून लिया मेरे दिल में जागी उमंग तो कहीं ल़हेर तंन से गुजर गयी मेरे दिल में जागी उमंग तो कहीं ल़हेर तंन से गुजर गयी कोई आरज़ू जो महेक उठी मेरे रंग रूप बदल गये मुझे आज तूने जो छ्छून लिया रंग भी रोशनी में खुसबू भी जिसमें सब कुछ ही तू बहुमूरत हैं देखकर भी अकेले नही आता कोई इतना भी खूबसूरत हैं जो करीब आया तू हुमनशी तू हैं साँस रोके तुहैन ज़ामी जो करीब आया तू हुमनशी तू हैं साँस रोके तुहैन ज़ामी ज़रा थरथराए लब तेरे कहीं गीत जैसे मचल गये मुझे आज तूने जो छ्छून लिया मेरे जिस्मो जान पीगाल गये तेरे प्यार की तेरे लाम के दीए अंग अंग में जल गये मुझे आज तूने जो छ्छून लिया