Ankhiyon Ke Jharokhon Se
Hemlata
5:50कुछ बोलके खामोशियाँ तड़पाने लगी हैं चुप रहने से मजबूरियाँ याद आने लगी हैं कुछ बोलके खामोशियाँ तड़पाने लगी हैं चुप रहने पे मजबूरियाँ याद आने लगी हैं तू भी मेरी तरह हंस ले आँसू पलकों पे थाम के तू भी मेरी तरह हंस ले आँसू पलकों पे थाम के जितनी है खुशी यह भी अश्कों में ना बह जाए अखियों के झरोखों से, मैने देखा जो सांवरे तुम दूर नज़र आए, बड़ी दूर नज़र आए बंद करके झरोखों को, ज़रा बैठी जो सोचने मन में तुम्हीं मुस्काये, मन में तुम्हीं मुस्काये