Shyam Teri Bansi Pukare
Arati Mukherjee
6:22गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल ओ बंधु रे हसते हसाते बीते हर घड़ी हर पल गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल ओ साथी गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल खुला खुला गगन ये हरी भरी धरती जितना भी देखु तबियत नहीं भरती ओ ओ ओ ओ सुन्दर से सुन्दर हर इक रचना फूल कहे काँटों से भी सीखो हँसना ओ राही सीखो हँसना ओ राही सीखो हँसना कुम्हला न जाए कही मन तेरा कोमल गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल ओ साथी गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल हाइया हो हो हाइया हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो (हो हो हो) चांदी सा चमकता ये नदिया का पानी पानी की हर इक बड देति ज़िंदगानी हो हो हो हो ओ अम्बर से बरसे ज़मीं पे मिले नीर के बिना तो भैया काम ना चले ओ भैया काम ना चले ओ मेघा रे (आ) जल जो न होता तो ये जग जाता जल गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल ओ साथी गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल कहाँ से तू आया और कहा तुझे जाना है खुश है वही जो इस बात से बेगाना है ओ ओ ओ ओ चल चल चलति हवाए करे शोर उड़ाते पखेरू खींचे मनवा की डोर ओ खींचे मनवा की डोर ओ पंछी रे पछियो के पंख लेके हो जा तू ओझल गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल ओ साथी गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल