Kaun Disha Mein Leke Chala
Hemlata
6:53जब जब तू मेरे सामने आये जब जब तू मेरे सामने आये मन का संयम टूटा जाये मन का संयम टूटा जाये जब जब तू मेरे सामने आये जब जब तू मेरे सामने आये बिखरी अलकें झुकी झुकी पलके आँचल में ये रूप छुपाये बिखरी अलकें झुकी झुकी पलके आँचल में ये रूप छुपाये ऐसे आये छुई मुई सी ऐसे आये छुई मुई सी नजर से छुलू तो कुमलाये मन का संयम टूटा जाये जब जब तू मेरे सामने आये जब जब तू मेरे सामने आये कंचन सा तन कलियों सा मन अंग अंग अमृत छलकाये कंचन सा तन कलियों सा मन अंग अंग अमृत छलकाये जाता बचपन आता यौवन जाता बचपन आता यौवन जाने कैसी प्यास जगाये मन का संयम टूटा जाये जब जब तू मेरे सामने आये जब जब तू मेरे सामने आये सच हो अपने मिलन के सपने सिंदूरी वो रात भी आये सच हो अपने मिलन के सपने सिंदूरी वो रात भी आये तू मेरे आँगन झूमे जैसे तू मेरे आँगन झूमे जैसे नदियाँ सागर में लहराए मन का संयम टूटा जाये जब जब तू मेरे सामने आये जब जब तू मेरे सामने आये मन का संयम टूटा जाये मन का संयम टूटा जाये जब जब तू मेरे सामने आये जब जब तू मेरे सामने आये