Manzil Na Koi

Manzil Na Koi

Jaspinder Narula

Альбом: Sangharsh
Длительность: 5:23
Год: 1999
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Текст песни

मंज़िल ना हो, कोई हासिल ना हो
तो है बस नाम की ज़िंदगी (ये ये ये)
मंज़िल ना हो, कोई हासिल ना हो
तो है बस नाम की ज़िंदगी (ये ये ये)
कोई अपना ना हो, कोई सपना ना हो
तो है किस काम की ज़िंदगी
मंज़िल ना हो, कोई हासिल ना हो
तो है बस नाम की ज़िंदगी (ये ये ये)
कोई अपना ना हो, कोई सपना ना हो
तो है किस काम की ज़िंदगी
मंज़िल ना हो, कोई हासिल ना हो

शाबा री पा पाऊ दुम बारू बाबे

ये ये ये ये

शाबा री पा दबा रब तिराबा पीपाई बे हु बे

ये ये ये ये

शम्मा जो जले, आए रोशनी
नगमा जो बजे, गाए रागिनी
बेबसी बाँट लो, ग़म खुशी बाँट लो
हर हँसी बाँट लो
वरना जीने का मतलब है क्या
मंज़िल ना हो, कोई हासिल ना हो
तो है बस नाम की ज़िंदगी (ये ये ये)
कोई अपना ना हो, कोई सपना ना हो
तो है किस काम की ज़िंदगी
मंज़िल ना हो, कोई हासिल ना हो

कहना वक़्त का कोई माने ना
किसके दिल मे क्या कोई जाने ना
यार का नाम लो, प्यार का जाम लो (यार का नाम लो, प्यार का जाम लो)
चैन से काम लो (चैन से काम लो)
आज का है यही फलसफा
मंज़िल ना हो, कोई हासिल ना हो
तो है बस नाम की ज़िंदगी (ये ये ये)
मंज़िल ना हो, कोई हासिल ना हो
तो है बस नाम की ज़िंदगी (ये ये ये)
कोई अपना ना हो, कोई सपना ना हो
तो है किस काम की ज़िंदगी
मंज़िल ना हो, कोई हासिल ना हो हो
वो ऊ वो ऊ वो ऊ वो ऊ वो

शागा डिगा पक ता बोम्बी पन गंगे
शिगुडु बान बे बोम्बी पन बाम्बे हे

तुरु तुरु तू तुरु तुरु तुरु तू तुरु

हा शागा दागा दिगो शागा दागा दिगो
शागा दागा दिगो शागा दागा दिगो हे