Hua Hain Aaj Pehli Baar (Feat. Armaan Malik & Palak Muchhal)
Amaal Mallik
5:10तेरे मेरे सपने सभी तेरे मेरे सपने सभी बंद आँखों के ताले में है चाबी कहाँ ढूंढें बता वो चाँद के प्याले में है फिर भी सपने कर दिखाऊँ सच तो कहना बस ये ही मैं तेरे काबिल हूँ या तेरे काबिल नहीं मैं तेरे काबिल हूँ या तेरे काबिल नहीं हैं तेरे मेरे सपने सभी तेरे मेरे सपने सभी बंद आँखों के ताले में है चाबी कहाँ ढूंढें बता वो चाँद के प्याले में है फिर भी सपने कर दिखाऊँ सच तो कहना बस ये ही मैं तेरे काबिल हूँ या तेरे काबिल नहीं मैं तेरे काबिल हूँ या तेरे काबिल नहीं हैं हैं हों हैं हैं हों हैं ये शरारतें ये मस्तियाँ अपना यही अंदाज़ है हो समझाएँ क्या कैसे कहें जीने का हाँ इसमें राज़ है धड़कन कहाँ ये धड़कती है दिल में तेरी आवाज़ है अपनी सब खुशियों का अब तो ये आगाज़ है तेरे मेरे सपने सभी सपने सभी सपने सभी तेरे मेरे सपने सभी बंद आँखों के ताले में है चाबी कहाँ ढूंढें बता वो चाँद के प्याले में है फिर भी सपने कर दिखाऊँ सच तो कहना बस ये ही मैं तेरे काबिल हूँ या तेरे काबिल नहीं मैं तेरे काबिल हूँ या तेरे काबिल नहीं ओ ओ हों ओ ओ हों ओ ओ हों ओ ओ हों ओ ओ हों ओ ओ हों ओ ओ हों सागर की रेत पे दिल को जब ये बनायेंगी मेरी उँगलियाँ तेरे नाम को ही पुकार के खनकेंगी मेरी चूड़ियाँ तुझमें अदा ऐसी है आज उड़ती हों जैसे तितलियाँ फीकी अब ना होंगी कभी ये रंगीनियाँ तेरे मेरे सपने सभी बंद आँखों के ताले में है चाबी कहाँ ढूंढें बता वो चाँद के प्याले में है फिर भी सपने कर दिखाऊँ सच तो कहना बस ये ही मैं तेरे काबिल हूँ या तेरे काबिल नहीं मैं तेरे काबिल हूँ या तेरे काबिल नहीं ला ला ला ला ला हम्म हम्म हम्म हे हे हे हे हे हम्म होय होय होय होय होय (हे हे हे हे हे)