Narayan Mil Jayega
Jubin Nautiyal
4:41ये हंसी ये खुशी जो हमें है मिली सब कुछ भगवान तुम्ही से है हमको जो दिया है तुमने ही दिया ये सब धन दौलत तुम्ही से है क्यों रेत के घर पर इतराएं एक लहर उठे और बह जाए क्यों रेत के घर पर इतराएं एक लहर उठे और बह जाए क्या सांस का है विश्वास प्रभु जब तक है प्राण तुम्ही से है ये हंसी ये खुशी जो हमें है मिली सब कुछ भगवान तुम्ही से है बड़े-बड़े ऋषियों मुनियों ने कहा चाहे दुख हो या सुख सदा कुछ न रहा बड़े-बड़े ऋषियों ने कहा चाहे दुख हो या सुख सदा कुछ न रहा तिनके को तुम ही करते हो तारा होता है यूं ही नाम हमारा हमने तो बस उतना ही किया है जितना मिला है तुमसे इशारा सौ अवगुण हैं हम में भगवान फिर भी गुणगान तुम्ही से है ये हंसी ये खुशी जो हमें है मिली सब कुछ भगवान तुम्ही से है क्यों रेत के घर पर इतराएं एक लहर उठे और बह जाए क्या सांस का है विश्वास प्रभु जब तक है प्राण तुम्ही से है ये हंसी ये खुशी जो हमें है मिली सब कुछ भगवान तुम्ही से है हम दिया मन तेरे द्वारे जलते रहे जिस सोच में तू ढाले हम ढलते रहे तू दिखाए जो दिशा हमें डरे कोई क्या तेरे पीछे पीछे आंखें पीछे चलते रहे तू दिखाए जो दिशा हमें डरे कोई क्या तेरे पीछे पीछे आंखें पीछे चलते रहे निर्बल में बल मरुस्थल में जल ये करुणा निधान तुम्ही से है ये हंसी ये खुशी जो हमें मिली है सब कुछ भगवान तुम्ही से है हमको जो दिया है तुमने ही दिया ये सब धन दौलत तुम्ही से है