Chor
Justh
3:29उनसे जाके कह दो इस दिल को इस्तमाल ना करे लेटे जिस रेत पे हैं उससे ही दीवार ना भरे दिल बिखर-बिखर के फिर संभलने वाला है रात ढल चुकी, सवेरा आने वाला है हम तो खुद को फिर पसंद करने हैं लगे उनसे जाके कह दो इस दिन को फिर से रात ना करे रह गए निशान जो हैं उनको फिर से घाव ना करे हाँ, उनसे जाके कह दो इस दिल को इस्तमाल ना करे हाँ, बातें करता हूँ मैं अब ना उनके बारे में ताकि उनकी यादें दिल में आती ना रहे हाँ, रातें भरता हूँ मैं ख़ाब नए देख के ताकि फिर से उम्मीदें मेरा हिस्सा बन सकें हाँ, हम तो फिर से खुश रहने हैं लगे उनसे जाके कह दो मेरी खुशियाँ नीलाम ना करे यादों के मकान में वो छुप के अब और ना रहे हाँ, उनसे जाके कह दो इस दिल को इस्तमाल ना करे