Allah Hafiz

Allah Hafiz

K.K.

Альбом: Bhool Bhulaiyaa
Длительность: 4:31
Год: 2007
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Текст песни

धुम-न-ना-रे-ना-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
ने-रा-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
(ओ, राही चल)
धुम-न-ना-रे-ना-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
ने-रा-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
(ओ, राही चल)

(ओ, राही चल)

(ओ, राही चल)
ज़िंदगी का सफ़र अजनबी, अजनबी
साँसों की रहगुज़र, अजनबी
ना तुझे है ख़बर, ना मुझे है ख़बर
चल रहे हम अगर अजनबी

अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़
अल्लाह हाफ़िज़, कह रहा हर पल (ओ, राही)
अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़
अल्लाह हाफ़िज़, कह रहा हर पल (ओ, राही)

धुम-न-ना-रे-ना-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
ने-रा-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
(ओ, राही चल)
धुम-न-ना-रे-ना-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
ने-रा-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
(ओ, राही चल)

चलते जाना है, ओ, राही चलते जाना है
चलते जाना है जिंदगी
चलते जाना है, ओ, राही चलते जाना है
रास्ते हो भले अजनबी

हर नज़ारा, हर इशारा नया-नया है
कौन जाने है सवेरा कहाँ!
ज़र्रा-ज़र्रा, लम्हा-लम्हा नया-नया है
कौन जाने है बसेरा कहाँ
हर शहर, हर डगर अजनबी, अजनबी
हर निशाँ, हर पहर अजनबी
ना तुझे है ख़बर, ना मुझे है ख़बर
चल रहे हम अगर अजनबी

अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़
अल्लाह हाफ़िज़, कह रहा हर पल (ओ, राही)
अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़
अल्लाह हाफ़िज़, कह रहा हर पल (ओ, राही)

(ओ, राही चल)
(ओ, राही चल)
(ओ, राही चल, ओ, राही चल, ओ, राही चल)

धूप-छाया, आया मौज-ए-दरिया जुदा-जुदा है
कौन जाने है किनारा कहाँ!
सारे मौसम, सारे आलम जुदा-जुदा हैं
कौन जाने है गुज़ारा कहाँ!
हर घड़ी, हर गज़र अजनबी, अजनबी
हर पहर, हर लहर अजनबी
ना तुझे है ख़बर, ना मुझे है ख़बर
चल रहे हम अगर अजनबी

अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़
अल्लाह हाफ़िज़, कह रहा हर पल (ओ, राही)
अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़, अल्लाह हाफिज़
अल्लाह हाफ़िज़, कह रहा हर पल (ओ, राही)
धुम-न-ना-रे-ना-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
ने-रा-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
(ओ, राही चल)
धुम-न-ना-रे-ना-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
ने-रा-रे, धुम-न-ना-रे-ना-रे, दे-ना-दा-रे-नुम
(ओ, राही चल)