Zara Sa (From "Jannat")
Pritam
5:04Sígueme Sígueme Sígueme Sígueme वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो क्यों आजकल नींद कम ख्वाब ज़्यादा हैं लगता खुदा का कोई नेक इरादा हैं कल था फ़क़ीर आज दिल शहजादा हैं लगता खुदा का कोई नेक इरादा हैं क्या मुझे प्यार हैं या कैसा खुमार हैं या क्या मुझे प्यार हैं या कैसा खुमार हैं या वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो Sígueme Sígueme पत्थर के इन रास्तों पे फूलों की एक चादर हैं जबसे मिलें हो हमको बदला हर एक मंज़र हैं देखो जहां में नीले नीले आसमान तले रंग नए नए हैं जैसे घुलते हुए सोये से ख्वाब मेरे जागे तेरे वास्ते तेरे ख्यालों से हैं भीगे मेरे रास्ते क्या मुझे प्यार हैं या कैसा खुमार हैं या क्या मुझे प्यार हैं या कैसा खुमार हैं या वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो Sígueme Sígueme तुम क्यों चले आते हो हर रोज़ इन ख्वाबों में चुपके से आ भी जाओ एक दिन मेरी बाहों में तेरे ही सपने अंधेरों में उजालों में कोई नशा हैं तेरी आँखों के प्यालों में तू मेरे ख़्वाबों में जवाबों में सवालों में हर दिन चुरा तुम्हें में लाता हूँ ख्यालों में क्या मुझे प्यार हैं या कैसा खुमार हैं या क्या मुझे प्यार हैं या कैसा खुमार हैं या वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो वो