Bin Tere
Vishal & Shekhar
5:31आँखिया जे वसदा महिए ? सजदे किये हैं लाखों लाखों दुआयें मांगी पाया है मैंने फिर तुझे चाहत की तेरी मैंने हक में हवाएं मांगी पाया है मैंने फिर तुझे तुझसे ही दिल ये बहला तू जैसे कलमा पहला चाहू ना फिर क्यों मैं तुझे जिस पल ना चाह तुझको उस पल सजाये मांगी पाया है मैंने फिर तुझे हो सजदे किये हैं लाखों लाखों दुआएं मांगी पाया है मैंने फिर तुझे जाने तू सारा वो दिल में जो मेरे हो पढ़ ले तू आँखे हर दफ़ा हो जाने तू सारा वो दिल में जो मेरे हो पढ़ ले तू आँखे हर दफ़ा हाँ नखरे से नाजी भी होते है राजी भी तुझसे ही होते है खफा जाने तू बाते सारी कटती है राते सारी जलते दिए सी अनबुझे उठ उठ के रातो को भी तेरी वफाये मांगी पाया है मैंने फिर तुझे ओ सजदे किये हैं लाखों लाखों दुआए मांगी पाया है मैंने फिर तुझे चाहत के काजल से किस्मत के कागज़ पे अपनी वफायें लिख ज़रा हाँ चाहत के काजल से किस्मत के कागज़ पे अपनी वफायें लिख ज़रा बोले ज़माना यूँ मैं तेरे जैसी हूँ तू भी तो मुझसा दिख ज़रा मेरा ही साया तू है मुझ में समाया तू है हर पल ये लगता है मुझे खुद को मिटाया मैंने तेरी बलाए मांगी पाया है मैंने फिर तुझे ओ चाहे तू चाहे मुझको ऐसी अदाए मांगी पाया है मैंने फिर तुझे