Eto Kachhe Dujane
Kaushik Roy
4:07खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखर ने को खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखर ने को मिलते हैं दिल यहाँ, मिल के बिछड़ ने को खिलते हैं गुल यहाँ कल रहे ना रहे, मौसम ये प्यार का कल रुके ना रुके, डोला बहार का कल रहे ना रहे, मौसम ये प्यार का कल रुके ना रुके, डोला बहार का चार पल मिले जो आज प्यार में गुजार दो खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखर ने को खिलते हैं गुल यहाँ झीलों के होठोंपर मेघों का राग हैं फूलों के सीने में ठंडी ठंडी आग हैं झीलों के होठोंपर मेघों का राग हैं फूलों के सीने में ठंडी ठंडी आग हैं दिल के आईने में ये तू समा उतार ले खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखर ने को खिलते हैं गुल यहाँ प्यासा हैं दिल सनम प्यासी ये रात हैं होठों में दबी दबी कोई मीठी बात हैं प्यासा हैं दिल सनम प्यासी ये रात हैं होठों में दबी दबी कोई मीठी बात हैं इन लम्हों पे आज तू हर खुशी निसार दे खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखर ने को मिलते हैं दिल यहाँ, मिल के बिछड़ ने को खिलते हैं गुल यहाँ