Dooriyan
Khoslaraghu
4:00तन्हा कर गया है क्यूँ भला मुड़के जो तू मुझसे है चला अँखियाँ भी भर आए तुम हुए जो पराए धागे जो छूटे सारे नाते भी टूटे सारे क्यूँ सांवरे कब्से मैने रैना है जागके बिताई (कब्से मैने रैना है जागके बिताई) कहे ना कोई भी मोरी कभी ना रंग लाई (लाई) बरसे मोरे नैना, पिया जो हरजाई लगन वा भी क्यूँ थी उनसे लगाई बरसे मोरे नैना (बरसे मोरे नैना) पिया रे हरजाई (पिया रे हरजाई) कब्से मैने रैना (कब्से मैने रैना ओ) है जागके बिताई (है जागके बिताई) हाँ छाया अंधेरा आए ना सवेरा यादों का घेरा जी तरसे मेरा सुनो सुनो ना पिया रे तुम्हें कितना पुकारे लौटके आए नहीं वादे निभाए नहीं क्यूँ सांवरे कब्से मैने रैना है जागके बिताई (कब्से मैने रैना है जागके बिताई) कहे ना कोई भी मोरी कभी ना रंग लाई (कहे ना कोई भी मोरी लाई) बरसे मोरे नैना, पिया जो हरजाई (जाई) लगानवा भी क्यूँ थी उनसे लगाई (लगानवा) कब्से मैने रैना है जागके बिताई (कब्से मैने रैना है जागके बिताई) कहे ना कोई भी मोरी कभी ना रंग लाई (कहे ना कोई भी मोरी लाई आ आ) बरसे मोरे नैना, पिया जो हरजाई (आ आ) लगानवा भी क्यूँ थी उनसे लगाई (ग रे ग रे ग म पा ग म पा) बरसे मोरे नैना