Sahi Galat Extended Version (From Drishyam 2)

Sahi Galat Extended Version (From Drishyam 2)

King

Длительность: 4:35
Год: 2022
Скачать MP3

Текст песни

तू जहाँ से देखता है मैं ग़लत हूँ तू सही
देख मेरी नज़रों से गलत में कुछ गलत नही
करना है जो करके ही रहूँगा मैने तय किया
गलत को भी सही तरह से करने का निश्चय किया

हे हे हे हे हे

लगता है तुझे के जुर्म का हूँ ज़िम्मेदार मैं
जब सबूत ही नही तो कैसे गुनेहगार मैं
पुरे होश और हवास में किया जो है किया
गलत को भी सही तरह से करने का निश्चय किया

हे हे हे हे हे

आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ

तीर की तरह चला के अपने हर उपाय को
मेरे हर कदम के आड़े आने वेल न्याय को
साम दाम दंड भेद से भी मैने तय किया
गलत को भी सही तरह से करने का निश्चय किया

हे हे हे हे हे

समझना खुद को मुझसे तेज़ तेरी भूल है
सियार जैसी होशियारी यह फ़िज़ूल है (यो)
तेरा ख़याल ठेकेदार है तू वक़्त का (यो)
बदल के रहता है यह वक़्त का उसूल है (यो)
हरकतों पर कब तलाक़ मेरी नज़र रखेगा तू (यो)
करते करते पहरेदारी एक दिन थकेगा तू (यो)
मैं मगर नही ठाकुँगा फ़ैसला यह है किया (यो)
ग़लत को भी सही तरह से करने का निश्चय किया (यो)

हे हे हे हे हे

हे हे हे हे हे हे दृश्यम
हे हे हे हे हे हे दृश्यम

ओ ओ ओ ओ ओ ओ (ओ ओ ओ)


हे हे दृश्यम हे हे दृश्यम
हे हे दृश्यम हे हे दृश्यम