Yeh Sham Mastani Remix

Yeh Sham Mastani Remix

Kishore Kumar

Длительность: 3:56
Год: 1998
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Текст песни

तन्हाई में खुदसे बाते करने लग गया हूँ
मैं खुदसे तेरी बाते करने लग गया हूँ
ये शाम का समां दिल को जवान करता है
तेरे इश्क़ में खोना जाऊँ
डरने लग गया हूँ

ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए

तेरी सूरत का दिल में बसेरा हो रहा है
मुझे तो लग रहा है दिल तेरा हो रहा है

दूर रहती है तू
मेरे पास आती नहीं
होठों पे तेरे
कभी प्यास आती नहीं
ऐसा लगे जैसे के तू
हँस के ज़हर कोई पिए जाए
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए

प्यार की बस्तियां जगमगाने लगी है
मोहब्बत का ऐसे बसेरा हो रहा है
दिल्लगी दीवानगी बन गई है
जो हाल तेरा है वो ही मेरा हो रहा है

बात जब मैं करू
मुझे रोक देती है क्यों
तेरी मीठी नज़र
मुझे टोक देती है क्यों
तेरी हया तेरी शरम
तेरी कसम मेरे होंठ सिये जाए
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए