Mahalakshmi Kuber Mantra
Lalitya Munshaw
3:29हा हा हा हा हा हा हा लब से ना कुछ भी अर्ज़ किया अर्ज़ किया अर्ज़ किया कब से ना कुछ भी अर्ज़ किया अर्ज़ किया अर्ज़ किया इश्क़ में तेरे जोग लिया जग जोगी वाले फेरे में जी भर के जला उलफत का दिया उलफत का दिया अर्ज़ किया पिया पिया पिया पिया रब पिया अंहड़ बाजा ना कानो में हम भी शामिल दीवानो में इश्क़ में तेरे बेक़रार दिल दार मेरे यार पिया पिया रब पिया (रब पिया रब पिया) पिया पिया रब पिया (रब पिया रब पिया) हा हा हा हा हा हा हा मन ये इश्क़ में करे मन मानी दिल की सुने ये सदा (रब पिया रब पिया) रब पिया रब पिया रब पिया रब पिया हसके बोले नैनो का पानी रग रग में तू बसा तुझसे ही है मेरी हस्ती मैं साहिल तू मेरी कश्ती तेरी मैं खिदमत अड़ा दिल दार मेरे यार पिया पिया रब पिया (रब पिया रब पिया) पिया पिया रब पिया (रब पिया रब पिया) प्रीत की मैं पी हुई मस्तानी छम छम नचती फिरा (रब पिया रब पिया) रब पिया रब पिया रब पिया रब पिया (हा हा हा हा हा) तुझसा कोई ना तेरा सांई बाहछ तेरी मरान कैसी यह छाई मद मस्ती मौज मौज है दिल की बस्ती तुझ पे ही दारो मदार दिल दार मेरे यार पिया पिया रब पिया पिया पिया पिया रब पिया पिया रब पिया पिया रब पिया (रब पिया रब पिया) पिया पिया रब पिया पिया (रब पिया रब पिया) पिया रब पिया पिया रब पिया