Andekhi Anjaani
Lata Mangeshkar
6:17इस दिल पे लगते हैं जो वो ज़ख़्म दिखते नहीं अपनों से मिलते हैं जो वो दर्द मिटते नहीं मैं पास अपने नहीं, बस दूर जब से है तू बस दूर जब से है तू जाने दिल में कब से है तू जब से मैं हूँ, तब से है तू मुझको मेरे रब की क़सम यारा, रब से पहले है तू यारा, रब से पहले है तू अच्छा है हँसते हुए हो जाएँ हम-तुम जुदा ये कोई ना पूछ ले, "वो हमसफ़र कौन था?" अब तो मुझे याद नहीं, साथ मेरे कब से है तू साथ मेरे कब से है तू