Tainu Leke
Sonu Nigam
4:34ये मस्ती के नज़ारें हैं तो ऐसे में संभलना कैसा मेरी क़सम तू लहराती डगरिया हो तो फिर क्यूँ ना चलूँ मैं बहका बहका रे मेरे जीवन में ये शाम आई है महोब्बत वाले ज़माने लिये हो चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिये