Ghoom Jamana Dekh Liya Par Mila Koi
Mahendra Sharma
7:02आज जमाना बदल रया जड़ काटे भाई भाई की वेघ्र नहीं चला करते जो माने सीख बुराई की आज जमाना बदल रया जड़ काटे भाई भाई की वेघ्र नहीं चला करते जो माने सीख बुराई की पहले सोच समझ ले दिल में जब कुछ कहना चाहिए समझदार मानस ने सब ते मिलके रहना चाहिए कैसा टाइम पड़े बंदे पे उसने सहना चाहिए लेन देन ते काम चले पर ले के देना चाहिए लेके देना चाहिए खरा आदमी कह्या करे सै खरा आदमी कह्या करे सै मुंह पे बात सच्चाई की वेघ्र नहीं चला करते जो माने सीख बुराई की खाना पीना खाना चाहिए माखी बाल देख के का का भी चालन लागे हंसा की चाल देख के दान दहेज दिया करते खुद अपना हाल देख के लालच ना करना चाहिए औरा का माल देख के औरा का माल देख के नहीं बुराई करनी चाहिए नहीं बुराई करनी चाहिए गहरा ते सनाई की वेघ्र नहीं चला करते जो माने सीख बुराई की आए का आदर करना जो घर पर आया करता उसका ईश्वर भला करे जो सबमें दया करता उसको मिले भलाई ऊंची पदवी पाया करता समझदार से गलती हो जा खुद शर्माया करता खुद शर्माया करता सदा भलाई साथ रहे सदा भलाई साथ रहे जो करता बात भलाई की वेघ्र नहीं चला करते जो माने सीख बुराई की सबको उतना करना चाहिए जितना जिसके बस की बुरा करो चाहे भला करो यो जिंदगानी दिन दस की काया के मां दर्द करे सै चोट लगी हुई नस की सबके मन ने मोया करकी मिट्ठी बोली रस की मिट्ठी बोली रस की काले राम कहे दुनिया में काले राम कहे दुनिया में हद होली महंगाई की वेघ्र नहीं चला करते जो माने सीख बुराई की आज जमाना बदल रया जड़ काटे भाई भाई की वेघ्र नहीं चला करते जो माने सीख बुराई की वेघ्र नहीं चला करते जो माने सीख बुराई की