Chal To Guiya Re Amba Bagichai
Manoj Sahri
5:58हाथे संखा—चूड़ी, काने झुमका—बाली पिंधी के आबे, रे गोरी, अखरा में नाचे रे पिंधी के आबे, रे गोरी, अखरा में नाचे रे हाथे संखा—चूड़ी, काने झुमका—बाली पिंधी के आबू, रे पिया, अखरा में नाचे रे पिंधी के आबू, रे पिया, अखरा में नाचे रे तोरे लागिन सजलों—सँवरलों, पिंधालों मोएँ साड़ी रे आँइख में कजरा, बाल में गजरा तोरे लागिन, सजना रे हाँ, तोरे लागिन सजलों—सँवरलों, पिंधालों मोएँ साड़ी रे आँइख में कजरा, बाल में गजरा तोरे लागिन, सजना रे पायलिया छम—छम, पायलिया छ—न—न—न—न—न—न पिंध के आबू रे, अखरा में नाचे रे पायलिया छम—छम—छम पिंध के आबू रे, अखरा में नाचे रे आए जा रे गोरी करम खेले, आलए करम दीना रे तोरे बिना सूना लागे भादो के महीना रे आए जा रे गोरी करम खेले, आलए करम दीना रे तोरे बिना सूना लागे भादो के महीना रे पिंधी आबे हाथे चूड़ी, ओ, हाथे कंगना पिंध के गोरी रे, अखरा में नाचे रे पिंधी आबे चूड़ी, कंगना तोएँ गोरी रे, अखरा में नाचे रे ढोल संगे माँदर बाजे, बाजे संग बाँसुरिया केतना सुंदर, केतना सुहाना तोरे रे बाँसुरिया हो, ढोल संगे माँदर बाजे, बाजे संग बाँसुरिया केतना सुंदर, केतना सुहाना तोरे रे बाँसुरिया मन मोरा मोही लेलक मन मोरा मोही लेलक तोरे बाँसुरी, नाचे मन करऽ थे मन मोरा मोही लेलक तोरे बाँसुरी, अखरा में नाचे ले हाथे संखा—चूड़ी, काने झुमका—बाली पिंधी के आबे, रे गोरी, अखरा में नाचे रे पिंधी के आबे, रे गोरी, अखरा में नाचे रे हाथे संखा—चूड़ी, काने झुमका—बाली पिंधी के आबू, रे पिया, अखरा में नाचे रे पिंधी के आबू, रे पिया, अखरा में नाचे रे पिंधी के आबे, रे गोरी, अखरा में नाचे रे